दिल्ली की राजनीति में उस समय हलचल मच गई जब मुख्यमंत्री Rekha Gupta पर एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान हमला हुआ। यह घटना राजधानी के एक जन सुनवाई कार्यक्रम के दौरान हुई, जहां अचानक एक व्यक्ति ने उन पर हमला कर दिया। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के बाद केंद्र सरकार ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सुरक्षा को और मजबूत कर दिया है।

Z श्रेणी सुरक्षा क्या है?
भारत में VIP सुरक्षा को कई श्रेणियों में बांटा गया है – X, Y, Y+, Z और Z+। इनमें Z श्रेणी को सबसे ऊंचे स्तर की सुरक्षा व्यवस्था में गिना जाता है।
- Z श्रेणी सुरक्षा में लगभग 55 सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं।
- इसमें CRPF (केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल) की विशेष टुकड़ी को शामिल किया जाता है।
- सुरक्षा में बुलेटप्रूफ गाड़ी, एस्कॉर्ट वाहन और एडवांस सर्विलांस सिस्टम भी शामिल होता है।
केंद्र सरकार ने हालिया हमले को देखते हुए रेखा गुप्ता की सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय लिया है।
घटना का पूरा विवरण
जन सुनवाई कार्यक्रम में जब रेखा गुप्ता लोगों की समस्याएं सुन रही थीं, तभी अचानक भीड़ में से एक शख्स आगे बढ़ा और उन पर हमला करने की कोशिश की। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत उस व्यक्ति को पकड़ लिया।
हमले के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया, लेकिन मुख्यमंत्री ने खुद लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
हमले के बाद राजनीतिक हलकों में भी तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आईं।
- विपक्षी दलों ने कहा कि यह घटना राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है।
- वहीं, केंद्र सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए रेखा गुप्ता को Z श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया।
- दिल्ली पुलिस को भी मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं।
क्यों मिली Z श्रेणी की सुरक्षा?
रेखा गुप्ता दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री हैं, और पिछले कुछ महीनों से वे लगातार जनता से सीधे जुड़ाव के कार्यक्रम कर रही थीं। ऐसे आयोजनों में भीड़ अधिक होती है, जिससे सुरक्षा में सेंध लगने का खतरा बढ़ जाता है।
हमले की घटना के बाद खुफिया एजेंसियों ने रिपोर्ट दी कि उनकी सुरक्षा को खतरा हो सकता है। इसी कारण उन्हें Z श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई।
Z श्रेणी सुरक्षा पाने वाले अन्य नेता
भारत में वर्तमान में कुछ बड़े नेताओं को Z श्रेणी सुरक्षा मिली हुई है। जैसे:
- कई राज्यों के मुख्यमंत्री
- केंद्रीय मंत्रिमंडल के प्रमुख सदस्य
- सुप्रीम कोर्ट के कुछ जज
- और राष्ट्रीय स्तर के बड़े राजनीतिक नेता
अब इस सूची में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का नाम भी जुड़ गया है।
जनता की प्रतिक्रिया
हमले की खबर फैलते ही सोशल मीडिया पर #RekhaGupta और #ZCategorySecurity जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
- कई लोगों ने केंद्र सरकार के फैसले की सराहना की।
- कुछ ने इसे देर से लिया गया कदम बताया।
- वहीं, आम जनता ने रेखा गुप्ता से अपील की है कि वह अपनी सुरक्षा के साथ समझौता न करें और जनता से जुड़ाव जारी रखें
हमले की घटना ने यह साबित कर दिया कि राजनीतिक हस्तियों की सुरक्षा कितनी संवेदनशील और जरूरी है। केंद्र सरकार का रेखा गुप्ता को Z श्रेणी की CRPF सुरक्षा देना एक एहतियाती कदम है, जिससे भविष्य में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
अब देखने वाली बात यह होगी कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता किस तरह इस सुरक्षा के बीच अपनी राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों को आगे बढ़ाती हैं।
इस विषय पर आपकी क्या राय है? क्या आपको लगता है कि राजनीतिक नेताओं को जनता से सीधे जुड़ाव के दौरान और भी खास सुरक्षा इंतज़ाम होने चाहिए?